Marriage In Hanuman Mandir | हनुमान मंदिर में शादी
हनुमान मंदिर में शादी | Marriage In Hanuman Mandir
हनुमान मंदिर में शादी करवाना एक धार्मिक और सांस्कृतिक प्रथा है जो कुछ समुदायों में प्रचलित है। ये प्रथा खास उन लोगों में प्रचलित है जो हनुमान जी की आध्यात्मिक और भक्ति में विशेष विश्वास रखते हैं।
हनुमान मंदिर, जैसे के श्री हनुमान मंदिर, एक प्रमुख स्थल होते हैं जहां लोग हनुमान जी की पूजा, आराधना और आरती करते हैं। कुछ लोग हनुमान मंदिर में भी विवाह संस्कार करवाते हैं, हनुमान जी की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए।
हनुमान मंदिर में विवाह करने से लाभ | Benefits of Marriage In Hanuman Mandir
हनुमान मंदिर में विवाह करवाने के कुछ खास फायदे होते हैं:
धार्मिक महत्व: हनुमान मंदिर में शादी करवाना धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, क्योंकि ये एक ऐसा स्थल है जहां भगवान हनुमान की पूजा और भक्ति होती है। विवाह हनुमान मंदिर में करके लोग अपने जीवन की शुरुआत को भगवान के आशीर्वाद के साथ करते हैं।
हनुमान जी की कृपा: हनुमान जी को प्रमुखता दी जाती है विवाह के समय, जैसी धार्मिक दृष्टि से ये महत्वपूर्ण कार्य संस्कारिक और पवित्र बन जाता है।
शुभ मंगल: हनुमान जी के मंदिर में विवाह करवाना शुभ और मंगल मना जाता है, क्योंकि उनकी कृपा और आशीर्वाद के साथ नए जीवन की शुरूआत होती है।
आशीर्वाद: विवाह के समय हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त करने से लोग विश्वास करते हैं कि उनका जीवन सुखमय और मंगलमय होगा। भगवान हनुमान का प्रसन्न होना उनकी शादी को शुभ और मंगल बनाता है।
परंपरा: कुछ समुदायों या परिवार में ये परंपरा है कि विवाह हनुमान मंदिर में किया जाए, जिसे उनके पूर्वजों का आशीर्वाद भी मिलता है। और परंपरा का सम्मान होता है।
आस्था और विश्वास: हनुमान मंदिर में विवाह करके लोग अपनी आस्था और विश्वास को बढ़ावा देते हैं और हनुमान जी की पूजा से अपने जीवन को सजाते हैं।
संस्कृति और आस्था: हनुमान मंदिर में शादी करके लोग अपनी संस्कृति और आस्था का दर्शन करते हैं। ये उनका विश्वास को सजीव और प्रगतिशील बनाता है।
शादी हनुमान मंदिर में करवाएं से पहले, परिवार को मंदिर के नियम और विधि के बारे में अच्छे से जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। और समझना जरूरी है कि क्या मंदिर के नियम और विधियां विवाह को अनुमती देती हैं। हर मंदिर के अपने नियम होते हैं, जिन्हे मनाना उचित होता है।
ये धार्मिक और सांस्कृतिक प्रथा है जो किसी भी समुदाय में महत्वपूर्ण है और लोग इसमें विश्वास और आस्था से भाग लेते हैं।
हनुमान मंदिर में शादी करने के विधि
- सबसे पहले, आप जिस हनुमान मंदिर में शादी करना चाहते हैं, वहां के प्रबंधन से संपर्क करें और उन्हें अपनी योजना के बारे में बताएं।
- मंदिर प्रबंधन से विवाह के लिए अनुमति प्राप्त करें। वे आपको आवश्यक निर्देश और नियम बताएंगे।
- ज्योतिषाचार्य या पंडित से परामर्श करके विवाह के लिए शुभ मुहूर्त और तिथि का चयन करें।
- सुनिश्चित करें कि आपकी चुनी हुई तिथि और समय मंदिर में उपलब्ध है।
- विवाह के लिए एक पंडित की व्यवस्था करें जो विवाह संस्कार को विधिपूर्वक संपन्न कर सके।
- विवाह के लिए आवश्यक सामग्री जैसे कि पूजा की थाली, वरमाला, सिंदूर, मंगलसूत्र, आभूषण आदि की तैयारी करें।
- अपने परिवार और मित्रों को आमंत्रण पत्र भेजें।
- विवाह समारोह की शुरुआत मांगलिक गीत और मंत्रोच्चारण से होती है।
- सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है ताकि विवाह में कोई विघ्न न आए।
- इसके बाद वर और वधू की पूजा होती है और उन्हें आशीर्वाद दिया जाता है।
- पंडित के निर्देशन में वर और वधू फेरे लेते हैं और मंत्रोच्चारण के साथ विवाह संस्कार पूर्ण होता है।
- वर और वधू सप्तपदी लेते हैं, जो विवाह का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
- वर वधू को सिंदूर और मंगलसूत्र पहनाता है।
- अंत में, उपस्थित सभी लोग वर और वधू को आशीर्वाद देते हैं।
- विवाह के बाद प्रसाद वितरण किया जाता है।
- विवाह के बाद पारिवारिक भोज का आयोजन किया जाता है।
मैं विकाश कुमार पटना में हनुमान जी की भक्ति 5 वर्षों से कर रहा हूं। मैंने अपना जीवन भक्तिमय में बिताया है। मैं अन्य भाषाएँ समझता हूँ। हमारी साइट पर आपको हनुमान आरती, स्तोत्र, चालीसा, मंत्र मिलेंगे, आप इन सभी को पीडीएफ में भी डाउनलोड कर सकते हैं. अधिक जानकारी के लिए आप हमें ईमेल, व्हाट्सएप या कॉल कर सकते हैं।